Those Doing SIP Should Learn These 7 Smart Tips :म्यूचुअल फंड निवेश पर मिलेगा ज्यादा रिटर्न

75 / 100

Those Doing SIP Should Learn These 7 Smart Tips : बहुत सारे SIP निवेशकों की शिकायत रहती है। की उसने SIP में निवेश किया। लेकिन मनचाहा रिटर्न नहीं मिला। अगर आप भी उन्मे शामिल है। तो कुछ बातों का ख्याल रखकर शानदार रिटर्न प्राप्त कर सकते है। 

देश में SIP करने वाले निवेशकों की संख्या हर दिन बढ़ रही है। अगर आप भी SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते है। तो कुछ बातों का ख्याल रखकर निवेश पर ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकते है। हम आपको वे 7 स्मार्ट टिप्स बता रहे है। जिनको फॉलो कर न सिर्फ आप एक बेहतर म्यूचुअल फंड का चुनाव कर पाएंगे,बल्कि अपने निवेश पर ज्यादा रिटर्न भी पा सकेंगे।

SIP करते समय इन बातों का ख्याल रखें

1. फंड का प्रदर्शन-इतिहासिक प्रदर्शन का मूल्यांकन किसी भी म्यूचुअल फंड में एसआईपी शुरू करने से पहले फंड के ऐतिहासिक प्रदर्शन का मूल्यांकन करें। ऐसे फंड में निवेश करें जिसने लंबे समय तक लगातार अच्छा प्रदर्शन किया हो।

2. एक्सपेंस रेशियो-कम शुल्क वाले फंड का चुनाव एक्सपेंस रेशियो वह शुल्क है जो निवेश के प्रबंधन के लिए म्यूचुअल फंड द्वारा लिया जाता है। हमेशा ऐसे फंड का चुनाव करें जिसका एक्सपेंस रेशियो कम हो, ताकि आपके रिटर्न पर कम प्रभाव पड़े।

3. फंड मैनेजर का ट्रैक रिकॉर्ड-अनुभव और विशेषज्ञता का महत्व फंड मैनेजर का अनुभव और उनकी विशेषज्ञता फंड के प्रदर्शन को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है। फंड मैनेजर का ट्रैक रिकॉर्ड जरूर चेक करें और ऐसे मैनेजर का चयन करें जिनका प्रदर्शन अच्छा रहा हो।

4. डायवर्सिफिकेशन-जोखिम प्रबंधन सुनिश्चित करें कि फंड का पोर्टफोलियो सही तरीके से डायवर्सिफाई किया गया है। डायवर्सिफिकेशन जोखिमों को कम करने में मदद करता है और आपके निवेश को सुरक्षित रखता है।

5. अनुशासित तरीके से निवेश-लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों के लिए अनुशासित तरीके से निवेश करने की आदत डालें। एसआईपी एक नियमित निवेश योजना है जो लंबी अवधि में आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकती है।

एसआईपी (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में निवेश करते समय इन बिंदुओं का ध्यान रखना आवश्यक है ताकि आपका निवेश सुरक्षित रहे और आपको अच्छे रिटर्न मिल सकें।

ये बाते भी जारूर जाने 

  • फ़ाइनेंशियल गोल फिक्स करे- SIP सुरू करने से पहेले, फ़ाइनेंशियल गोल फिक्स करे, फ़ाइनेंशियल लक्ष्य निर्धारित करना एक निवेशक के लिए उनकी यात्रा मे एक प्रेरक शक्ति के रूप मे कार्य करता है।
  • सही फंड का चुनाव- जोखिम और वृतीय लक्ष्यों मे फिट बैठने वाले सही म्यूचुअल फंड चुनना काफी महत्वपूर्ण होता है। अलग-अलग फंडों मे जोखिम के अलग- अलग स्तर होते है। इसलिए सही फंड का चुनाव करना जरूरी है।
  • ऑटो-डेबिट सुविधा का विकल्प चुने- अनुशासित निवेश के लिए, ऑटो डेबिट मोड का उपयोग करे जिसमे निर्धारित तिथि पर SIP राशि बैंक के खाते से काट ली जाती है।
  • पुनर्सनतुलन करे- SIP शुरू करने के बाद भी बीच-बीच मे अपने पोर्टफोलियो को पुनर्सनतुलन करे। यह ज्यादा रिटर्न दिलाने मे मदद करेगा।
  • भावनात्मक निवेश से बचे-बाजार की अस्थिरता और उतार-चढ़ाव में निवेशक भावना में बह कर फैसला  ले लेते हैं। इसलिए भावनात्मक निवेश से बचना चाहिए।  बाजार के माहौल की परवाह किए बिना निवेशीत  रहना ज्यादा फायदेमंद है।

  • SIP की राशि बढ़ाए-आय बढ़ाने के साथ SIP की रकम को बढ़ाएं, यह बड़ा फंड बनाने में मदद करता है, आगे चलकर के।

Leave a Comment

Discover more from Newsgullak

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading

Exit mobile version